किसान आंदोलन: ट्रैक्टर रैली, मांगें और विरोध प्रदर्शन | NewsRPT
भारत में किसान आंदोलन: ट्रैक्टर रैलियों और मांगों का सिलसिला जारी
भारत में किसानों का आंदोलन लगातार जारी है। विभिन्न किसान संगठन अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं, जिनमें ट्रैक्टर रैलियां प्रमुख हैं। इन रैलियों में किसान ट्रैक्टरों पर सवार होकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सड़कों पर उतर रहे हैं।
हरियाणा के कुरुक्षेत्र में भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के किसानों ने संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर ट्रैक्टर रोष मार्च निकाला। किसानों ने लंबित पड़ी मांगों को लेकर लघु सचिवालय तक प्रदर्शन किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पुतले फूंके। उन्होंने राष्ट्रपति के नाम 11 सूत्रीय मांगपत्र भी सौंपा।
उत्तर प्रदेश के रामपुर में भी किसानों ने ट्रैक्टर और बाइकों से तिरंगा यात्रा निकाली। भारतीय किसान यूनियन टिकैत के कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट में समस्याओं का ज्ञापन दिया। किसानों ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी, कर्ज माफी और बिजली क्षेत्र के निजीकरण के खिलाफ आवाज उठाई।
लखनऊ के बख्शी का तालाब (बीकेटी) क्षेत्र में भी भारतीय किसान यूनियन ने तिरंगा रैली निकाली। किसानों ने उपजिलाधिकारी को 11 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा, जिसमें CETA और अमेरिका के साथ FTA का विरोध शामिल था। किसानों ने न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी और समग्र कर्ज माफी की मांग की।
किसानों की प्रमुख मांगें:
- न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी
- किसानों का कर्ज माफ करना
- बिजली क्षेत्र का निजीकरण रोकना
- CETA और FTA का विरोध
- माइक्रो फाइनेंस कंपनियों द्वारा उत्पीड़न रोकना
- 300 यूनिट मुफ्त बिजली
- पंजाब सरकार की लैंड पूलिंग नीति समाप्त करना
- सभी सरकारी पेंशन 10,000 रुपए प्रतिमाह करना
किसान संगठनों का कहना है कि सरकार उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दे रही है, जिसके कारण उन्हें आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने उनकी मांगों को नहीं माना तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे।
यह देखना होगा कि सरकार किसानों की मांगों पर क्या रुख अपनाती है और इस आंदोलन का भविष्य क्या होता है। NewsRPT आपको किसान आंदोलन से जुड़ी हर खबर से अपडेट रखेगा।